लेखनी कहानी - चुडैलो और डायनो की कहानी - डरावनी कहानियाँ
चुडैलो और डायनो की कहानी - डरावनी कहानियाँ
“चुड़ैल या डायन ” नाम सुनकर ही रूह काँप जाती है | इसको भारत के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग नाम से जाना जाता है लेकिन चुड़ैल या डायन ज्यादा प्रचलित है | इसके बारे में अलग अलग मतधारणाए है जैसे की उत्तरी भारत में चुड़ैल एक महिला भूत वह होती है जो बच्चे के जन्म के दौरान परिवार में हो रहे क्लेश के कारण मर जाती है तो वह चुड़ैल बनकर उनसे बदला लेती है |
लोगो के इस बारे में बहुत ही भयानक अनुभव बताये जाते है कि वह जवान आदमी का खून चूसकर उसे बुढा बना देती है और उसे मौत के घात उतार देती है | ऐसा मान जाता है कि चुड़ैल सुनसान जगह से गुजर रहे आदमियों के सम्पर्क में आकर उन्हें रोगी बना देती है | सुना जाता है कि ये चुड़ैल अधिकतर श्मशानो,कब्रिस्तानो या जंगलो में रहती है | इनसे बचने के लिए ग्रामीण लोग उनके दरवाजों पर सरसों का तेल लगाते है जो उन्हें इन चुडैलो से बचाती है | तांत्रिक लोग कुछ पवित्र यज्ञ कर इन चुडैलो को दूर करते है
भारत में इन चुडैलो को भगाने के लिए कई देवी देवताओं के मंदिर में पूजा अर्चना की जाते है |चुड़ैल दिखती कैसी है ??? ऐसा सिर्फ जिन्होंने अनुभव किया है बताते है कि चुड़ैल शरीर में भारी और लम्बे बालो वाली होती है और उनके पैर पीछे की तरफ होते है और उनकी मोटी काले जीभ होती है | और यह कोई भी रूप धारण कर लोगो के शरीर में घुस जाती है | तीन तरह कि चुड़ैल होती है
पोशी चुड़ैल
सोशी चुड़ैल
तोशी चुड़ैल
पश्चिमी और पूर्वी भारत में चुड़ैल को अजीबोगरीब आकार वाली बुढी औरत का रूप दिया जाता है जो छोटे बच्चो को खाकर अपने आप को सालो तक जवान रखती है | पश्चिमी भारत में इसे हाडल भी कहते है जहा पर अमावस की रात को चुड़ैल ग्रामीणों से अपनी मांगे रखते है